आज के दौर में सभी लोग सुंदर दिखना चाहते हैं। और उसी सुंदरता को पाने के लिए उनसे जो बन पाता है वो सब कुछ करते हैं। चाहे वो सर्जरी से अपना फेस या नाक ठीक करवाना हो, या अपने होंठ ही क्यों ना ठीक करवाना हो। आजकल टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गयी कि आप अपनी फेस के हर एक चीज़ अपनी मनपसंद अनुसार चेंज करवा सकते हैं। इसी चेंजिंग का एक हिस्सा है माइक्रोब्लेडिंग।
क्या है माइक्रोब्लेडिंग

माइक्रोब्लेडिंग, माइक्रो पिगमेंटेशन का ही एक रूप है। इस प्रक्रिया में एक लिक्विड पिगमेंट को आपकी स्किन के अंदर इन्सर्ट किया जाता है। इसकी सहायता से आपके लाइट आइब्रोज को डार्क किया जाता है, आपके लिप्स का कलर चेंज किया जाता है। जिस तरह से आप टैटू बनवाते हैं सेम उसी तरह से इसे भी क्रिएट किया जाता है। बस इसका पिगमेंटेशन टैटू से काफी डिफरेंट होता है। माइक्रोब्लेडिंग के आर्टिस्ट उस पिगमेंट को इस तरह से यूज़ करते हैं जिससे कि वो देखने में पूरी तरह नेचुरल लगे। उसमें कोई भी बनावटी रंग ना नजर आए।
माइक्रोब्लेडिंग आप से क्या- क्या करवा सकते हैं, और ये कितने साल तक परमानेंट रहते हैं
• Tiny tattoos
• Semi permanent brows ( 1 to 3 years)
• Dark Lip correction ( 3 to 5 years)
• Semi permanent lip colour/ lip blush (3 to 5 years)
• Eyeliner ( 2 to 3 years)
• Lash line enhancement ( 2 to 3 years)
• Beauty spot ( 1 to 2 years)
• Scalp micro pigmentation ( 5+ years)
• Lash lift ( 1 to 2 months)
• Brow lamination ( 1to 2 months)
• Brow tinting( covers gray hair) (15 to 30 days)

इस समय तो माइक्रोब्लेडिंग काफी ट्रेंड में है। लिप कलर और आइब्रोज के अलावा लोग लाइनर और आई लैस भी क्रिएट करवातें हैं।
आपको बता दें कि माइक्रोब्लेडिंग से आप अपने आइब्रोज की तीन तरह से फिलिंग करवा सकते हैं।

- पहला तो वो है जिसमें पिगमेंट का यूज़ करके आइब्रो पर हेयर क्रिएट किए जाते हैं। इन हेयर्स का लुक देखने में बिल्कुल नैचुरल लगता है।
- दूसरा तो वो होता है जिसमें माइक्रोब्लेडिंग और माइक्रोशेडिंग का कॉम्बिनेशन किया जाता। मतलब जिसमे माइक्रोब्लेडिंग का यूज़ करके थोड़े से हेयर हेयर्स क्रिएट किए जाते हैं। और माइक्रोशेडिंग से थोड़ा पाउडरी इफेक्ट दिया जाता है
- तीसरा वो जिसमें सिर्फ शेडिंग की जाती है।
कलर्स का चुनाव
जेनरली आर्टिस्ट तो वो कलर चुनते हैं जो पूरी तरह आपके नेचुरल हेयर शेड से मैच करता हो। पर इसकी चॉइस आप पर भी डिपेंड करती है। आप अपने मन पसंद के अकॉर्डिंग जो आप चाहे उस कलर को चुनकर माइक्रोब्लेडिंग करवा सकते हैं। आप अपने मन पसंद के अकॉर्डिंग गहरा और हल्का भी करवा सकती है।
माइक्रोब्लेडिंग प्रोसेस किस तरह से होता है

आपको जीस एरिया पर माईक्रोब्लेडिंग करवाना है उस हिस्से पर सबसे पहले नंबिंग क्रीम अप्लाई किया जाता है। ताकि आपको इस प्रोसेस से दर्द न हो अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो एक से ज्यादा बार नंबिग क्रीम अप्लाई किया जा सकता है। इस नंबिंग क्रीम को आधे घंटे बाद रिमूव कर दिया जाता है। अगर आप अपने आईब्रोज की माइक्रोब्लेडिंग करवा रहे तो फिर अच्छे तरीके से सबसे पहले आपके आईब्रोज की मैपिंग की जाती है। ताकि आइब्रोज को क्रिएट करने में आसानी रहे और दोनों ही आईब्रोज का शेप एक समान आए। फिर एक मशीन की सहायता से आपके स्किन में कलर्स को इंप्लांट किया जाता है।
माइक्रोब्लेडिंग करवाने में कितना होता है दर्द
आपको बता दें कि माइक्रोब्लेडिंग प्रोसेस पूरी तरह से सेफ है और इसमें ज्यादा दर्द भी नहीं होता, बहुत माइनर दर्द होता है जिसे आप नेगलेक्ट कर सकते हैं।
माइक्रोब्लेडिंग करवाने के बाद किस तरह से केयर करना होता है

माइक्रोब्लेडिंग करवाने के बाद, आपने जीस एरिया में माइक्रोब्लेडिंग करवाया है उस पर आपको कोई भी मेकअप अप्लाई नहीं करना है। आपको धूप में जाने से बचना चाहिए। अगर आप धूप में जा रहे हैं तो इसे प्रॉपर कवर करके जाए। उस एरिये को मॉइस्चर से बचाएं। और साथ ही साथ ध्यान दीजिये की उस एरिया पर पसीना न आने पाए।
माइक्रोब्लेडिंग का नेचुरल लूक कितने दिन में आता है
आपको बता दें कि माइक्रो ब्लेडिंग करवाने के बाद उसका नेचुरल लुक आने में लगभग 40-45 दिन लग जाते हैं। माइक्रोब्लेडिंग में यह भी हो सकता है कि आपको इसकी दूसरी या तीसरी सिटिंग भी लेने की जरूरत पड़े, पर यह आपकी स्किन कलर पर डिपेंड करता है।
माइक्रोब्लेडिंग की इतनी होती है कॉस्ट
जिस तरह से हर एक चीज़ की कॉस्ट सिटी टू सिटी डिपेंड करता है। उसी तरह से माइक्रोब्लेडिंग का भी है। ये भी आपके एरिया और आप किस तरह के सलोन में जा रहे हैं, उस पर डिपेंड करता है। अगर आप किसी ट्रेंड और अच्छे आर्टिस्ट के पास जाएंगे तो इसकी कॉस्ट लगभग 10,000 से 40,000 तक हो सकती है, पर उसमें ये भी डिपेंड करता है कि आप किस चीज़ के लिए माइक्रोब्लेडिंग करवा रहे हैं।